गर्मी के दिनों में शरीर को हाइड्रेटेड रखना बहुत आवश्यक माना जाता है, और हाइड्रेशन के लिए पानी पीते रहना आवश्यक है। नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज के मुताबिक18 साल से अधिक उम्र के लोगों को प्रतिदिन 3.7 लीटर पानी जरूर पीना चाहिए। शरीर में पानी की कमी के कारण आपको कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। तेज चिलचिलाती धूप में अगर ठंडा पानी मिल जाए तो क्या ही कहने? पर क्या आप जानते हैं कि ठंडा पानी पीने की आदत आपके सेहत को हानि पहुंचा सकती है? गर्मी के दिनों में फ्रीज से निकालकर ठंडा पानी पीना भले ही आपके शरीर को तरावट देता हो, पर विशेषज्ञ इसे सेहत के लिहाज से नुकासनदायक मानते हैं।


अध्ययनों से पता चलता है कि नार्मल पानी पीने की जगह ठंडा पानी पीने वाले लोगों में पेट से संबंधित कई तरह की समस्याओं का जोखिम अधिक होता है। सेहत के लिहाज से इस आदत को हानिकारक माना जाता है, पेट की समस्याओं के साथ ठंडा पानी पीने की आदत आपके शरीर को दीर्घकालिक रूप से भी नुकसान पहुंचा सकती है। इसलिए अगली बार जब आप फ्रीज से चिल्ड पानी की बोतल निकालें तो इससे होने वाले नुकसान को जरूर याद कर लें। आइए आगे की स्लाइडों में इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
ठंडा पानी पीने के नुकसान

शोधकर्ताओं का मानना है कि पानी हमेशा सामान्य या हल्का गुनगुना करके ही पानी चाहिए। ठंडा पानी पीने को लेकर किए गए अध्ययनों में सेहत पर इसके कई तरह के नकारात्मक प्रभाव देखने को मिले हैं। कुछ अध्ययनों में इस बात के प्रमाण मिलते हैं कि ठंडा पानी पीने से आपका पेट सिकुड़ता है, जिससे भोजन को पचाना कठिन हो जाता है। जो लोग अक्सर ठंडा पानी पीते रहते हैं उनमें पाचन से संबंधित समस्याओं का जोखिम अधिक होता है।
ठंडा पानी, पेट के साथ-साथ शरीर के अन्य अंगों को भी हानि पहुंचाता है।  साल 1978 में किए हए एक छोटे सैंपल के अध्ययन में वैज्ञानिकों ने पाया कि ठंडा पानी पीने से नाक की श्लेष्मा मोटी हो जाती है जिससे श्वसन पथ से संबंधित कठिनाइयां हो सकती हैं। वहीं यदि आपको सर्दी या फ्लू की समस्या है तो विशेष करके ठंडा पानी पीने से बचना चाहिए, यह  कंजेशन से संबंधित दिक्कतों का कारण बन सकती है।
माइग्रेन को कर सकता है ट्रिगर

ठंडे पानी से शरीर पर होने वाले दुष्प्रभावों के एक अन्य अध्ययन में वैज्ञानिकों ने पाया कि यह सिरदर्द का भी कारण बन सकती है। साल 2001 के शोध में पाया गया कि ठंडा पानी पीने से माइग्रेन की समस्या बढ़ सकती है। यदि आप पहले से ही माइग्रेन के शिकार हैं तो ठंडा पानी पीना आपकी समस्या को ट्रिगर कर सकता है। 

साल 2012 के एक अध्ययन के अनुसार, एकेलेसिआ से संबंधित दर्द की समस्या के लिए भी इसे काफी चुनौतीपूर्ण माना जाता है। इस स्थिति में अन्नप्रणाली के माध्यम से भोजन पास करना कठिन हो जाता है।
सिर्फ नुकसानदायक ही नहीं कुछ स्थितियों में लाभ भी हैं

शोधकर्ताओं का कहना है कि ठंडा पानी पीना सिर्फ नुकसानदायक है, यह कहना सही नहीं है, इसके कुछ स्थितियों में लाभ भी हैं। जैसे साल 2012 के एक अध्ययन में वैज्ञानिकों ने पाया कि व्यायाम के दौरान ठंडा पानी पीने से शरीर का तापमान ज्यादा बढ़ने से बचाने में मदद मिल सकती है। हालांकि ठंडा पानी पीने के लाभ काफी सीमित हैं, ऐसे में यह बेहतर विकल्प नहीं माना जा सकता है।